Wednesday, April 9, 2014

रामनवमी में मोदी मुखौटे का इस्तेमाल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन: का. कुणाल

चुनावी फायदे के लिए धर्म के इस्तेमाल पर आयोग से कार्रवाई की मांग


आरा: 8 अप्रैल 2014 
एक सिटी चैनल पर रामनवमी जुलूस के दौरान मोदी के मुखौटे वाली तस्वीर 
भाकपा-माले के राज्य सचिव का. कुणाल ने रामनवमी के अवसर पर निकाले गए शोभायात्रा में नरेंद्र मोदी के मुखौटों और बैच के इस्तेमाल को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से चुनावी फायदे के लिए धर्म के दुरुपयोग का मामला है, इसके खिलाफ आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। का. कुणाल ने कहा है कि आरा में सारे पर्व-त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने की परंपरा रही है, लेकिन विगत एक दशक में भाजपा के नेतृत्व में सामंती-सांप्रदायिक ताकतों ने इन त्योहारों को आक्रामक शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बना डाला है। इनका धर्म के मर्म से कुछ लेना देना नहीं, बल्कि इसकी आड़ में ये अपना राजनीतिक स्वार्थ साधना और अपना आतंक कायम करना चाहते हैं। खासकर इस दौरान मुस्लिम इलाकों में भाजपाई कार्यकर्ता जिस तरह जानबूझकर आक्रामक तरीके से प्रचार चलाते हैं, उसका मकसद हमेशा तनाव भड़काना रहता है। 
दैनिक आज 
का. कुणाल ने कहा है कि यह 1857 के साम्राज्यवादविरोधी संघर्ष का शहर है, जिसने वीर कुंवर सिंह के नेतृत्व में हिंदू-मुस्लिम एकता के बल पर अंगरेजों को चुनौती दी थी। लेकिन उस विरासत को भाजपाई लगातार नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। आरा विधानसभा से भाजपा की जीत के बाद से तीन बार इस शहर में सांप्रदायिक दंगा फैलाने की कोशिश की जा चुकी है, जिसे यहां की संघर्षशील जनता ने अपनी एकता के बल पर नाकाम कर दिया। तनाव के ऐसे मौकों पर दोनों समुदायों को संगठित कर सांप्रदायिक ताकतों के मंसूबों को ध्वस्त करने में भाकपा-माले के शहीद कामरेड सूफियान की भी बहुत बड़ी भूमिका रहती थी। 
का. कुणाल ने कहा है कि मोदी और भाजपा राम के नाम पर सांप्रदायिक कत्लेआम करने और देश व जनतंत्र को तोड़ने वाले हैं, ये लोगों की धार्मिक आस्था का सांप्रदायिक इस्तेमाल करते हैं, इसलिए राम के प्रति आस्था और श्रद्धा रखने वालों को इनसे सावधान रहना चाहिए। 

माले का चुनाव प्रचार अभियान
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष अकबर चौधरी ने माले प्रत्याशी राजू यादव के पक्ष में प्रचार किया
दैनिक हिंदुस्तान 
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, छात्र संघ के अध्यक्ष अकबर चैधरी भी माले प्रत्याशी राजू यादव के पक्ष मे प्रचार करने के लिए आरा पहंुच चुके हैं। आज उन्होंने बेगमपुर और मिल्की मुहल्ला में नागरिकों की बैठकों को संबोधित करते हुए कहा कि जो पार्टियां मुस्लिमों को वोट बैंक समझती रही हैं और जो पार्टियां उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के बजाए भय और आतंक का वातावरण पैदा करके उनका वोट हड़पना चाहती हैं, उनसे सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि भाकपा-माले हमेशा ही मुस्लिम समुदाय के जनतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ती रही है। इसने वोट बैंक की तरह मुस्लिमों के साथ व्यवहार नहीं किया है, बल्कि अपने नेतृत्व में चले जनांदोलनों का अनिवार्य हिस्सा माना है। सेकुलरिज्म इसके लिए चुनावी रणनीति मात्र नहीं है, बल्कि यह इस पार्टी का उसूल रहा है, यही पार्टी है जो सांप्रदायिक धु्रवीकरण की खतरनाक राजनीति से सीधे मुठभेड़ करते हुए अल्पसंख्यकों के उपर किए जाने वाले हर हमले का प्रतिवाद और प्रतिरोध किया है। बिहार में फारबिसगंज, दरभंगा से लेकर जहानाबाद तक मुस्लिम नौजवानों को फर्जी मामलों में फंसाये जाने और यातनाएं देने का मुखर विरोध इसी पार्टी ने किया है।
इस बीच केंद्रीय कमेटी सदस्य का. कृष्णदेव यादव ने गोठउला, जमीरा, धुंधुआ, भकुरा, पिरौंटा, गंगहर, कुडि़या आदि में राजू यादव के पक्ष में कई बैठकें कीं।  

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